MP Nursing College Scam: मध्य प्रदेश नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा मामले में सीबीआई ने सौंप जांच रिपोर्ट एमपी के 66 नर्सिंग कॉलेज अयोग्य, हमीदिया सहित 41 में मिली बड़ी कमियां
MP Nursing College Scam: मध्य प्रदेश मे संचालित हो रहे 66 नर्सिंग कॉलेज जांच दौरान अयोग्य पाए गए हैं. सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट में पेश करते हुए हमीदिया सहित 43 कॉलेज में कमियां बताई है.
MP Nursing College Scam: मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले की अंतिम जांच सीबीआई ने जबलपुर हाईकोर्ट में पेश कर दिया है. सीबीआई की जांच रिपोर्ट में संचालित हो रहे नर्सिंग कॉलेजो में बड़ी खामियां सामने आई हैं.
सीबीआई द्वारा 366 नर्सिंग कॉलेजों की जांच की गई थी जिनमें से मध्य प्रदेश के 66 नर्सिंग कॉलेज फर्जी पाए गए हैं।. इसके साथ ही 73 नर्सिंग कॉलेजों में बड़े स्तर पर कमियां पाई गई हैं. फर्जी पाए गए इन नर्सिंग कॉलेजों में रीवा के एक सरकारी कॉलेज का भी नाम शामिल है.
वही जिन 73 कॉलेजों में कमियां मिली हैं, उनमें भोपाल का हमीदिया नर्सिंग कॉलेज और बीएमचआरसी का नाम भी प्रमुख रूप से शामिल है. मध्य प्रदेश में संचालित 08 सरकारी कॉलेज नियम अनुसार नहीं संचालित हो रहे हैं. जिनमें व्यापक स्तर पर कमियां मिली हैं सीबीआई द्वारा नर्सिंग कॉलेज की जांच रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश किए जाने के बाद कोर्ट ने अगली अगली तिथि मे सुनवाई करने का आदेश दिया है पर अभी तारीख तय नहीं हुई है.
जानिए क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश में हुआ नर्सिंग घोटाला उस वक्त उजागर हुआ था जब 16 फरवरी 2023 को मध्य प्रदेश जबलपुर आयुर्विज्ञान विवि की कार्यकारिणी द्वारा वर्ष 2021 और 2022 के शैक्षणिक सत्र की मान्यता 2023 में दिया था. यानी बीते दो वर्षों तक नर्सिंग कॉलेज बिना मान्यता के चल रहे थे जबकी इन कालेजों में छात्रों का प्रवेश भी हुआ था. ग्वालियर के वरिष्ठ अधिवक्ता दिलीप शर्मा ने इस मामले को कोर्ट में दायर कर सबसे पहले उठाया था. इसके बाद यह मामला धीरे धीरे खुलता गया.
सीबीआई की जांच में यह मिली कमियां
मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग कॉलेज घोटाले को हाईकोर्ट ने गंभीरता से लेते हुए सीबीआई को जांच करने की निर्देश दिए थे सीबीआई जांच टीम जब इन कॉलेज की जांच करने पहुंची तो देखा कि फर्जी तौर पर छात्रों का एडमिशन और फर्जी स्टाफ रजिस्टरों में दर्ज थे इसके साथ ही कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चर मे भी कमियां पाई गई.
1 लाख छात्र प्रभावित, परीक्षा में लगी है रोक
मध्य प्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में गड़बड़ी को देखते हुए हाई कोर्ट ने परीक्षाओं पर रोक लगा दिया है. बीते तीन वर्षों से इन नर्सिंग कॉलेजों में परीक्षा नही हुई है. वर्ष 2021 में जो छात्र प्रथम ईयर की पढ़ाई कर रहे थे पर परीक्षा में रोक लगने की वजह से वह आज भी वह प्रथम ईयर की पढ़ाई कर रहे हैं. छात्रों ने कहा है कि इससे हमारा भविष्य अंधकार मय हो गया है.
139 कॉलेजों की मान्यता पर खतरा
हाई कोर्ट में सीबीआई द्वारा जांच रिपोर्ट पेश करने के बाद अब करीब 139 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता पर खतरा मंडराने लगा है इनमें 66 कॉलेज तो पूरी तरह से फर्जी पाए गए हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि कोर्ट इन कॉलेज संचालकों के विरुद्ध आपराधिक मामला भी दर्ज करने का आदेश दे सकता है. जबकि 73 नर्सिंग कॉलेज जिनमें बड़े स्तर पर कमियां पाई गई हैं, उनके खिलाफ भी सख्त एक्शन हो सकता है.
MP Employee News: मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को बड़ा तोहफा, समय से पहले जनरेट होगा वेतन
3 Comments